मंगलवार, 29 दिसंबर 2009

ग्वार में जोश आएगा

ग्वार वायदा अभी कई दिनों से जमा हुआ है ग्वार में तेजी मंदी रोजाना रहेगी चाहे कोई खबर हो या नही !अभी कई दिनों से महंगाई पर खबरी चेनल लगातार बोल रहें है और सटोरियों को भी लगता है की सरकार कभी भी कोई कदम उठा सकती है जिससे चना ,सरसों ,सोया ,जीरा आदि के बाजारों में सुस्ती आई है और यही कारण है की ग्वार स्टेबाजों की नजर में चढ़ा हुआ है की भाई ये तो आवश्यक वस्तु की सूचि में नही आता है !आने वाले समय में ग्वार में और भी उठा पटक ज्यादा होने का अनुमान है !फ़िर से दोहराता हूँ की ग्वार में फसल से ज्यादा रोजाना कारोबार होना आफत की पुडिया ही साबित होगा !कल एक चेनल वायदा कारोबार पर डिबेट करा रहा था और उसमे जो जबाब खास लोगों की तरफ से दिलाया जा रहा था वो समझ से परे था! की केसे किसानो को फायदा हो रहा है पर किसान इसमे व्यापर करने की स्थिति नही है! बताया जा रहा था या यों कहिये पिलाया जा रहा था की आगे के भाव देख कर किसान बुवाई कर सकते है जिससे किसानो को लाभ होगा !जनाब भाव तो कालीमिर्च के बहुत है पर बिना पानी बिना मोसम के कभी बुवाई हुई है कमाल किसान मोसम से नही भावों से बिजाई करेंगे !

मंगलवार, 15 दिसंबर 2009

ग्वार ढीला रहा

ग्वार वायदा आज घटा घटने का कारण बताया गया की गम की डिमांड दिसंम्बर में छुटियों की वजह से कम रहेगी इसी कारण सटोरियों ने बिकवाली की !परन्तु ग्वार जेसे आइटम में जिसमे फसल से ज्यादा कारोबार रोजाना होता है उसमे तेजी मंदी की कोई सम्भावना निकालना समुन्द्र मंथन है !चना बाजार आज भी मंदा ही रहा चने में अब बिकवाली करना ठीक नही लगता क्योंकि मोसम अनुकूल नही है !आने वाले दिनों में चना बाजार तेज रहने की सम्भावना हो सकती है इन दिनों बेसन की मांग रहा करती है !सरसों बाजार में भी तेजी की ही बाते हो रहीं है !में जब भी कुछ लिखता हूँ वायदा में कारोबार करने वाले लोगों से जो कुछ भी निकल के आता है उसे आपके सामने उतार देता हूँ !cnbc चेनल पर समय -समय पर ग्वार पर विचार व्यक्त करने का मोका मिलता रहता है अपनी बात बेलाग होकर बोलता हूँ और चेनल भी बात कहने की पुरी आजादी देता है !

गुरुवार, 10 दिसंबर 2009

आज ग्वार में शान्ति

ग्वार वायदा में आज थोड़ी सलामती रखी और कल के बंद बाजार के पास ही रह गया !चना आज भी मंदा रहा !हल्दी के तेवर पहले की तरह ही बरकरार थे !ग्वार उपर भाव 2925 से 2650 तक बिक गया जबकि इस दोरान कोई नई बात बाजार को प्रभावित करने वाली नही हुई थी !आगे ग्वार वायदा घट बढ़ के साथ फ़िर से तेज हो सकता है पर ग्वार वायदा की कोई भविष्य वाणी करना या सोचना बेमानी है क्योंकि जिस वस्तु में रोजाना फसल से दुगुना तक व्यापर हो जाता है उसका राम (स्टोरियाँ )ही सब कुछ है !

बुधवार, 9 दिसंबर 2009

ग्वार का मिजाज

ग्वार वायदा आज धुवा धार कारोबार करते हुए साठ लाख बोरी का वोलिय्म कर गया तथा जोरदार घट बढ़ के साथ एक प्रतिशत तेज रहा !आज हुए कारोबार को देखें तो मिलेगा सटोरियों ने क्या जबर्दस्त व्यापार किया है इस तरह के बाजार में डिमांड और सप्लाई का कोई महत्व नही रह गया है जिसके हाथ लग जाए बटेर है !मिल वाले कुछ अलग बोलते है और निर्यातक कुछ अलग किसी बात का तालमेल नही बेठ रहा है !इतना जरुर है तीन दिनों से लोग इसे हल्दी बोलने लग गये है ऐसा ही चला तो हल्दी में बाजार खुलते ही कल चार प्रतिशत का सर्किट लगा था और आज भी चार का सर्किट लगा वेसा हाल तो कहीं नही होने वाला है ?चना उमीद के मुताबिक घटा और २० दिसंम्बर तक कुछ खास होता नही दिख रहा !मुझे मेरे मित्र दिनेस जैन बीकानेर ने बताया की इस बार बहुत सारी सरकारी छुटिया रविवार को पड़ने वाली है जेसे २६जन वरी ,16march होली ,1may, 15augst,2oct,17oct दसहरा ,5nov दिवाली ,25dis ,आदि !सरकार को लाभ !

सोमवार, 7 दिसंबर 2009

ग्वार ओंधे मुहं गिरा

ग्वार बाजार आज ओंधे मुंह गिरे और लगभग साढ़े तीन प्रतिशत घट गया खुलते वक्त बाजार में मंदी जेसी कोई बात लगी नही पर खूब सारे वोलिय्म साथ ग्वार वायदा गिरता चला गया !चना बाजार उमीद के मुताबिक मंदा ही था !वायदा बाजार में जिस तरह ग्वार उठा पटक कर रहा है आने वाले समय में हल्दी की तरह चलने की आशंका हो रही है और ऐसा होना वायदा के लिए ख़राब है और इस व्यापर का हाल भी लालमिर्च की तरह होता चला जाएगा !फसल से कंही ज्यादा रोजाना का कारोबार मुझे ठीक नही लग रहा !सटोरियों के हाथों में आए बाजार की हमेसा दुर्गत ही करते है !

शनिवार, 5 दिसंबर 2009

ग्वार नई ऊंचाइयां छूने की और बेताब

ग्वार बाजार कुल मिलाकर तेज ही था। लेवालों में मजबूती बनी हुई है। आमदनी रोजाना बीस हजार बोरी की राजस्थान ,हरियाणा मिलाकर हो रही है जो काफी कम है व्यापर के मुताबिक लेवालों की मांग बराबर बनी हुई है और जिस तरह पिछले तीन दिनों से घटा बढ़ी हुई है बिकवालों में घबराहट बनी है और लिवाल वापस खड़े हुए है !हरियाणा की सिरसा में २८०० रूपये बिका है ये गोदाम पड़े आल पेड़ के भाव है लूज में २७३५ बिका है और हरियाणा में आमदनी घट कर ३५०० बोरी रह गई है जो पिछले साल इसी समय १५००० बोरी थी अब इसी बात के अंदाज से लिवालो में जोश बना है !ग्वार के दलाल असलम भाई का मानना है की २०१० दिसम्बर तक भाव अब तक के नये बन जायेगे इसी सुरत में ग्वार के भाव सटोरिये कुछ भी बना दे तो आश्चर्य नही होगा ! चना बाजार मांग के आभाव में सुस्त पड़ा है और भाव लटके हुए है !बड़े सटोरियों का मानना है की जिसकी फसल कम हो तो फ़िर उसके भाव रोकना मुशकिल है !

मंगलवार, 1 दिसंबर 2009

ग्वार को इंतजार गम के व्यापर का

ग्वार वायदा तेजी के बाद वापस गिरा ग्वार वायदा में खिंच तान वाली स्थिति बनी हुई है एक और सटोरिये बाजार तेज करने के प्रयास में है वहीं हाजिर ग्वार वाले तेज भावों के चलते बिकवाली कर अपना मुनाफा बुक कर रहे है इसी वजह से ओपन इंटरेस्ट बढ़ गया है !आने वाले दिनों में सारा खेल गम की मांग पर ही रहेगा और जब तक मांग नही आती है तब तक एसे ही घट बढ़ आती रहेगी !चना वापस मंदा रहा हाजिर बाजार में भी चने की लिवाली सुस्त है देहली हाजिर चना का जो भाव आ रहा है उस अनुसार तो इसमे और मंदी बनने की सम्भावना बरकरार है !पिछले शुक्रवार को दुबई के हल्ले से बाजार घटे थे वो सभी करीब करीब पूरानी स्थति में आ गये है !लोगो का ध्यान नये एक्सचेंज icx की तरफ भी बना है चूँकि नये आने पर सुविधा भी कुछ अधिक बढ़ जाती है !विवाह शादियों के मोसम के चलते ज्यादा ध्यान बाजार की और नही है !

गुरुवार, 19 नवंबर 2009

वायदा चना तेज ग्वार भी ठीक

ग्वार वायदा आज घट बढ के बाद थोड़ा तेज ही रहा अभी आगे और तेजी का मानस ही लोगो ने बना रखा है !मेरे विचार में हल्की फुलकी तेजी के साथ ग्वार बाजार टाइम पास करेगा !अभी गम का स्टाक बढ़ रहा है और गम के भाव भी तुलनात्मक रूप से नही बढ़े है तो अभी और तेजी के लिए इंतजार करना होगा !चना ,सरसों ,सोया के बाजार तेज चल रहे है !जहाँ तक चने का सवाल है आगे के महीने बहुत ऊँचे चल रहे है पता नही और कितना ऊँचा रहेगा !पुराने लोग कहते थे पांच रुपया सेकड़ा ब्याज देकर कोई कमाई नही कर सकता और अभी चने में यही बदला आगे के महीनों का चल रहा है !आगे के सोदों में तेजी का एक कारण स्पस्ट है की स्टाक लिमिट की वजह से हाजिर चना तो बड़ी मात्रा में स्टाक नही रखा जा सकता पर वायदा बाजार में बड़ी छुट है और भाव बढ़ा कर इसमे लिया जा सकता है !

शुक्रवार, 13 नवंबर 2009

ग्वार में मोजा ही मोजा

ग्वार का वायदा आज जोरदार तेज रहा जेसी की उमीद थी लिवाली जोर पकड़ जायगी क्योंकि दो दिनों से ये हवा फेली हुई थी की गम की डिमांड आएगी और ऊशी हवा ने सटोरियों और स्टाकिस्टों की लेवाली बढा दी !अब तक गम डिमांड ने कोई खास जोर नही पकडा है पर उमीद के पीछे बाजार चल पडा है !साइड बाजार जेसे सरसों ,सोयातेल आदि का प्रभाव भी तेजी की और ले गया !ग्वार का पिछला अनुमानित स्टाक तीस लाख बोरी था और इस बार की फसल भी पेंतीस लाख बोरी आने का व्यापारिक अनुमान है तथा पिछला गम का स्टाक एक लाख पचास हजार टन का होने की बात सामने आ रही है ऐसे में अब सारा दारोमदार गम की मांग पर ही रहेगा !अगर मांग में सुधार नही हुआ तो फ़िर दे दाल में पानी वाली हालत हो जायेगी !राजस्थान में लगभग सभी जगह बारिश का मोसम बना हुआ है जिससे चना और सरसों की खेती को काफी हद तक फायदा होगा !कोमोडिटी बाजार में वायदे के प्रति हल्दी जेसा डर तो लोगों को हर वक्त रहता है और वाजिब भी है यहाँ तो हर रोज छबे जी बननेवाले दुबेजी बनकर ही घर आते है !आज एक ब्रोकर हॉउस का फोन था की फलाँ जींस में स्टाप लोस क्या रखूं सर? मुझे इनकी budhi पर तरस आता है अरे भले आदमी हर एक का उसकी हेसियत के अनुसार घाटे या नफे की लिमिट होती है तुम्हारे या मेरे अनुसार नही !

मंगलवार, 10 नवंबर 2009

वायदा बाजार मंदा होकर फ़िर तेजी की और

ग्वार वायदा आज तेज रहा बाजार लगभग पचास रूपये बढ़ गया हालाँकि गम की डिमांड में कोई खास इजाफा नही हुआ पर सटोरियों को उमीद है की निकट भविष्य में मांग निकलेगी यही वजह थी ग्वार वायदा में लेवाली निकली ये तेजी कुछ समय टिकी रहेगी और इंतजार होगा गम की डिमांड निकलनेका !बाजार खुलते समय सभी जींस बाजार मंदे थे पर धीरे -धीरे चना ,सरसों ,सोयाबीन ,सोयातेल आदि तेज होते गये !हल्दी हमेसा की तरह भभक रही थी इस कोमोडिटी का तो भगवान ही मालिक है और इसमे व्यापर करने वाले घमंड कर सकते है की हम हल्दी का ट्रेड कर रहे है !ग्वार में पिछली बार जिस तरह चोबिससो से दो हजार पचास आगया था उसी तरह अब लोग इसमे डर रहे है की कहीं वापस वही स्थिति न होजाये ये कहना है मसहुर ब्रोकर राजेंद्र बोथरा का !चने के कारोबारी भी ज्यादा तेजी में नही है कारण कई जगह बरसात का मोसम बना हुआ है !

मंगलवार, 3 नवंबर 2009

सारे बाजार तेज

आज सारे एग्री बाजार वायदा में तेज रहे !चना ,सरसों में तो बरसात नही होने से बिजाई कमजोर रहने की आशंका से बाजार खुलने के साथ ही नवम्बर काफी तेज हो कर ही खुले और हल्दी तो आग उगल रही थी बाद में इन का सहारा लेकर सारे ही बाजार तेज हो गये !ग्वार में भी स्टोकियों की लेवाली से मीलों के लिए मुसीबत बनी हुई है !आगे गम की डिमांड केसी रहेगी ये ग्वार का भविष्य तय करेगा !

शुक्रवार, 30 अक्तूबर 2009

चना सरसों में सटोरिया गति विधि सक्रिय

ग्वार आज भी कल की तरह ही चला और दिसंबर २५०० के आस पास ही घूमता रहा !मोसम साफ रहने और नहरी पानी की कमी से चना ,सरसों की बिजाई प्रभावित हुई है जिससे वायदा बाजार में दोनों जिंसों में तेजी का बोलबाला रहा !हाजिर बाजार में चना सरसों की उतनी मांग और तेजी नही है जितनी वायदा बाजार में निकली है !चना बीकानेर २४०० के भाव चल रहे है और मांग भी नही है इसकी एक वजह तो स्टोक लिमिट का कम होना है !सटोरियों की बात सुने तो उनका कहना है की किसी एग्रो कोमोडिटी में इस साल मंदी का व्यापर नही करना चाहिये!कारण पूछने पर बताते है ये बहुत बुरे अकाल का साल है !इस साल यदि आवश्यक वस्तुओं की निगरानी में सरकार ने ढील रखी तो महंगाई और जारी रहेगी !जिसका भरपूर फायदा बडे सटोरियों को मिलेगा !अनाज व्यापारी तो अकाल की वजह से वेसे ही परेशान है मंडियों में कमजोर आवक की आशंका के चलते कई रोजगारों पर इसका असर होगा !

गुरुवार, 29 अक्तूबर 2009

ग्वार में तेजी थोड़ा समय लेगी

ग्वार आज भी हलकी घट बढ के साथ खूब व्यापर कर रहा था !आमदनी आज चालीस हजार के आस पास थी !अभी भी लिवाल स्टॉकिस्ट ही है मीलों को पड़ता नही है !जिस तरह से ग्वार का स्टाक हो रहा है उससे लगता है आने वाले समय में ये थोडी तेजी मंदी के बाद तेज ही रहना चाहिए !गम की डिमांड निकलने पर ग्वार में बडा उछाला आ सकता है !ग्वार से बनने वाले उत्पाद कोरमा ,चुरी की मांग बराबर बनी हुई है साथ ही साइड बाजार तेज रहने से भी तेजी की मनोव्रती बन रही है !ग्वार के फसल से ज्यादा रोजाना व्यापर ने जहाँ अक्स्चेंजो को निहाल किया है वंही इसका व्यापर करने वालों और जानकारों को उहा फोह की हालत में डाल रखा है !

शुक्रवार, 23 अक्तूबर 2009

ग्वार मीलों को पड़ता नही

ग्वार लगातार तेज हो रहा है आज २५०० के भाव पार कर गया !आवक सभी जगह मिला कर बीस हजार बोरी के आस -पास चल रही है !हरियाणा और नहरी मंडियों में तो भाव जोधपुर से भी उपर बिक रहा है !मिल वालों को ग्वार नही मिल पा रहा है दूसरा मिल वालों को ऊँचा पड़ रहा है क्योंकि गम में अभी उपर भाव पर बिक्री नही है !जिस तरह से अभी व्यापारी स्टॉकिस्ट ले रहे है उससे लगता है की लम्बे समय तक मिल वालों को पुसायेगा नही और तेजी स्टाकिस्टों बनाये रखेगे !ग्वार की मिलिंग नही होने से इसके उत्पाद चुरी -कोरमा की मांग बनी हुई है और भाव भी काफी तेज है !साइड बाजार जेसे सरसों ,चना ,सोयातेल आदि भी तेज होने से इसमे तेजी का रुझान बना हुआ है !आने वाले दिनों में हल्दी की तरह उठा पटक हो सकती है !

सोमवार, 5 अक्तूबर 2009

छोटी फसलों का बडा वायदा व्यापर ?सोचना होगा

ग्वार चना दोनों में आज थोडी घट-बढ के साथ बाजार चला कोई खास बात नजर नही आई पर वोलियम के लिहाज से देखें तो ग्वार में जितनी फसल होगी उतना ही वोलियम था !मेने पहले लिमिट के बारे में लिखा था आज वापस उस बात को दोहरा रहा हूँ !मेरी कई ग्वारगम की मिल वालों से बात हुई उनका कहना था इस बार मिल चलाना काफी मुश्किल होगा २२५० के भावों पर ग्वार ले तो गम किसे बेचेंगे गम तो ४८५० के उपर बिकता नही और इन भावों पे गम ५००० से निचा पड़ता नही !फसल का अनुमान जो लोगों से मिल रहा है वो ३ लाख टन के आस पास ही आ रहा है !आज जरूरत है वायदा व्यापर पर पुनर्विचार की कभी किसी जींस की फसल कम हो जाए या इस बार की तरह अकाल की मुसीबत आजाये तो हम इन बातों की और कब ध्यान देंगे या फ़िर चीनी की तरह सोर्टेज का हल्ला कर सभी जिंसों के भावों को चढ़ने देंगे !लोग तर्क देते है की कई दालों का वायदा व्यापर नही है फ़िर उन जिंसों में तेजी क्यों ?मेरा ये मानना है की यदि दालों का वायदा कारोबार होता तो आज जिस भाव पे मिल रही है वो भी नसीब नही होती !किसीभी छोटी फसल का बडा कारोबार घातक हो सकता है ये हम छोटे शहरों में रहने वाले लोगों का सोच है FMC को पुरे अधिकार मिले जिससे वो ढंग से इस बाजार को चला सके !

गुरुवार, 1 अक्तूबर 2009

वायदा में लिमिट पर विचार क्यों नही

वायदा बाजार में एग्रो कोमोडिटी जिस तरह से चल रही है और हर मिनिट जिस तरह से तेजी मंदी बन रही है उससे लग रहा है कई सुधारों की जरूरत है !मसलन वायदा सोदे की लिमिट ?आज चने का उत्पादन पचास लाख टन और सोयाबीन का नबे लाख टन इन जींस की जितनी लिमिट वायदा में है उतनी ही लिमिट ग्वार में है जबकि ग्वार का ओसत उत्पादन सात लाख टन ही है और इसी तरह अन्य जिंसों में भी उत्पादन का बहुत फर्क है और लिमिट में कोई खास अंतर नही है !मेरा विचार है की आवश्यक वस्तुओं की जो सूचि है उनकी वायदों से लिमिट कम कर देनी चाहिए !जब सेंट्रल गोवर्मेंट स्पॉट में लिमिट लगाने के लिए राज्य सरकरों को कह रही है तो वायदा में छुट क्यों ?और जहाँ तक अन्य जिंसों में लिमिट की बात है उस पर सरकार को विचार आमंत्रित करने चाहिए !कोई आम आदमी केसे मान लेगा की हर मिनिट ऐसा क्या होता है की बाजार उपर निचे हो जाए !किसान को तो पले ही नही पड़ता है की आधा घंटा पहले साथ वाले किसान से मेरा मॉल निचा या ऊँचा क्यों बिका !

बुधवार, 30 सितंबर 2009

ग्वार में तेजी का रुख

ग्वार कल तेज रहा उपर का सर्किट लगा !काफी समय बाद ग्वार के लिवाल वायदा बाजार में मजबूत हुए है !फसल की रिपोर्ट लगातार खराब ही आ रही है हवा और गर्मी दोनों ने नुकसान पहुंचाया है !बारानी खेती में जहाँ ७० किलो बीघा का आने की उमीद थी वहीं अब २० से ३० किलो तक का ही उत्पादन होने का अनुमान है !थोडी घट बड के साथ ग्वार तेज ही रहने की उमीद है !

शुक्रवार, 18 सितंबर 2009

ग्वार में बिना वजह तेजी मंदी

ग्वार दो दिन घटने के बाद फ़िर तेज रहा पर उपर के भावों को छू नही सका !दो दिन जो मंदी बनी थी उसे बीकानेर वाले तो समझ नही पाए क्योंकि लगातार मोसम साफ था और फसल को नुकसान पहुंचाने वाली हवाएं चल रही थी !अब तक का जो अनुमान है ग्वार की फसल पेंतीस लाख बोरी से ज्यादा नही आएगी इस फसल से तो तेजी बनती है पर गम की डिमांड पिछले साल जितनी ही रही तो अब जो भाव चल रहें है उसीके आस पास बाजार घूमता रहेगा !पिछले एक महीने को देखें तो बिना वजह घट बढ़ आती रही है कारण एग्री कोमोडिटी में सटोरियों की सबसे पिर्य जींस ग्वार ही है !इसही कोमोडिटी में आप को रोजाना नई बात सुनने को मिल जायेगी !चने का हाल तो बुरा हो ही गया राजस्थान सरकार ने लिमिट को लेकर कितनी तरह के आदेस निकले जग जाहिर हो गया की सरकार को व्यापर की समझ नही है !अगर समझ होती तो इस तरह के बार बार फेर बदल नही आते !

बुधवार, 9 सितंबर 2009

गवार आज रुका रहा

ग्वार मे आज थोडी घट बढ़ के साथ ही बाजार चला इसमे ज्यादा चाल नही आई आगे हलकी तेजी रहने का अनुमान है ! आज कई जगह बरसात होने से तेजी मे रुकावट आई फसलो की रिपोर्ट ३५ से ४० लाख बोरी की आ रही है फसल कम है पर गम का स्टॉक तेजी को रोक रहा है !

शनिवार, 5 सितंबर 2009

ग्वार वायदा जोरों पर चना ढीला

राजस्थान सरकार ने दालों की स्टाक लिमिट १०० टन करदी है इससे व्यापारियों को राहत मिली है पर चने की तेजी को भी रोक दिया है बीकानेर में चना स्टाक घट कर २ लाख बोरी रह गया है और वायदा व्यापार का रुझान भी कम हो गया है !सभी का ध्यान ग्वार की तरफ है जिससे इसमे तेजी मंदी का दोंर जोरों पर है ग्वार ओक्टूबर २४२५ हों कर २१०० हो गया और आगे भी इसी तरह का दोर जारी रह सकता है !पिछला स्टाक और स्टाक को देखें तो बडी तेजी मंदी नही बनती है पर सटोरिया गति विधि ग्वार में बिना वजह तेजी मंदी लाता रहेगा !पुराना गम १ लाख ५० हजार टन और ग्वार ३.५ लाख टन है नई फसल ग्वार सीड ३.५ टन होने का व्यापारिक अनुमान है !

शुक्रवार, 14 अगस्त 2009

दाल-दलहन तेरा क्या होगा ?

राजस्थान सरकार ने दाल-दलहन पर दो सो किवंटल की स्टाक सीमा लगा दी है और जो मॉल स्टाक है उसे १५ दिन में सलटा कर दो सो की सीमा मे आना होगा !बीकानेर मे अनुमानित ८ लाख बोरी चने का स्टाक है और यही कारण है की यहाँ से जोरदार बिकवाली निकली है जिससे चार दिनों में चना चार सो रूपये गिर गया !आदेस अनुसार इस मॉल का स्टाक भी एक महीने में बेचना होगा !चिंता इस बात की है की एक महीने बाद ये चना कहाँ से आएगा !और आयगा भी तो इसकी कीमत मॉल की कमी से व अन्य खर्चों से ज्यादा हो जायेगी जिसका सीधा नुकसान राजस्थान की जनता का होगा !एक और जहाँ हाजिर कारोबारी को दो सो बोरी में बाँध दिया है वहीं वायदा बाजार में इसको लेने बेचने वालों को बडी छुट है ये कहाँ तक वाजिब है !

मंगलवार, 11 अगस्त 2009

ग्वार में तेजी मंदी जोरों पर

ग्वार कल तेज रहने के बाद आज फ़िर मंदा रहा आज मंदी का कारण चने पर राजस्थान में स्टाक लिमिट लगने से इसकी लेवाली में भी मानसिक कमजोरी आई !मोसम में आज भी कोई परिवर्तन नही था !फसलों में नुकसान जारी है !अब मोसम आ भी जाता है तो बहुत फायदा होने वाला नही है !आने वाले समय में सारा खेल डिमांड पर रहेगा !ग्वार के प्रमुख दलाल बसंत भाई के अनुसार गम का बडा स्टाक इसमे तेजी आने नही देगा !ग्वार के जानकार कानजी भाई का कहना है स्टोरिओं की लिवाली कायम रहती तो मंदी को हाल फिलहाल भूल जाना चाहिए !

गुरुवार, 6 अगस्त 2009

ग्वार में तेजी

ग्वार में तेजी
राजस्थान हरियाणा पंजाब के ग्वार की खेती वाले इलाकों में असामान्य मोसम जेसे कम बरसात ,खराब हवाएं ,रात को ठण्ड दिन में गर्म आदि की वजहों से ग्वार की खेती को काफी नुकसान हुआ है !अब बारिश ना होने से इसमे हर दिन नुकसान बढ़ता जा रहा है ! बीकानेर के चारों और यही हाल है !आज बुवाई के अनुसार पेंतीस लाख बोरी उत्पादन का व्यापारिक अनुमान बातचीत के आधार पे निकल रहा है !इस उत्पादन से और तेजी के आसार आ रहें है !अब चार पॉँच दिन के बाद लोगों को मोसम की उमीद है अगर ये मोसम भी नही आता है तो फसल में और कमी आ सकती है !आने वाले साल में ग्वारगम की विदेसी खपत अच्छी निकलती है तो इसकी तेजी का भविष्य उज्वल है पर गत साल की तरह डिमांड रही तो तेजी मंदी के साथ समय इन्ही भावों पर निकाल देगा !पर बडी मंदी तो नही लगती !

मंगलवार, 4 अगस्त 2009

बरसात और कहावते राजस्थान मे

राजस्थान में बरसात को लेकर काफी कहावतें है कुछ एक बानगी ---तितर पंखी बादली ,विधवा काजल रेख --आ बरसे बा घर करे इमे मीन न मेख !--सावन पेली सूं न्वुं ,ना बदल ना बीज -हळ फाड़ इंधन करो ,उभा चाबो बिज !आसाडा धुर आठम ने ,चाँद सेवरा छाय-च्यार मास चूतो रहे ,जिउं भांडे रे राय !सावन में सूर्यो चले ,भादुडे पुरवाई -आसोजां पिछ्वा चले ,तो सातों धान सवाई !

बुधवार, 29 जुलाई 2009

ग्वार की फसल में खराबी तेज हवाओं से

ग्वार बाजार आज तेज रहा और कल जो लो प्रेशर की हवा बनी थी आज फ़ुस हो गई !कारण पश्चमी राजस्थान में धुल भरी हवाएं चल रही है जिससे पिछली बरसात में हुई बुवाई को नुकसान हो रहा है! पुराणी बिजाई में कोई नुकसान अभी नही है सिर्फ़ नई बिजाई वाले ग्वार में खराबी है! तेज धुल भरी हवा से ताजा बीज जमीन से बाहर आ जाने से ऐसा हुआ है !जानकर किसान अजीतसिंह जी बेलासर,विश्वजीत सिंह हरासर ,राजेन्द्रसिंह किलचू, धर्मेन्द्र जैन बाइपास,राजाराम बिश्नोई जैसिंग्देसर बताते है खेती की हालत खराब है कहते है आप ग्वार मोठ की बात करते है अभी जेसे हालत रहे तो खेती में लगाया खर्च केसे निकलेगा? बोले आप गांवो में बारानी जमीन वालों की हालत देखो अभी से नींद उडी हुई है ! खेर भगवान ने सावन में जैसे बरसात की सुनवाई की है वेसे ही आगे सुनवाई करेगा इस बात का भरोसा ही मजबूती और उमीद दिला रहा है !

मंगलवार, 28 जुलाई 2009

ग्वार में मंदी बनी

ग्वार आज घटा और नीचे का सर्किट लग गया !बाजार में हवा थी की लोप्रेसर बन रहा है जिससे आने वाले कुछ दिनों में बरसात होगी और खेती को फायदा मिलेगा !बिकवाली के जोर से बाजार शाम को बंद होते समय ही लुढ़का इससे पहले घटा -बढ़ी चलती रही !ग्वार हमारे बीकानेर शहर की पहली पसंद का वायदा व्यापर है और किर्षी उत्पादक वायदा में सबसे अधिक इसी में कारोबार है जिससे इस जींस पर मंडी में पुरे दिन खबरें बनती रहती है !गरमा -गरम बहसें भी ग्वार पर होती है !ग्वार यानि अनपढ़ अतः हर कोई इस पर अपने विचारों का छोंक लगता रहता है और ये जिधर ले जावो उधर घूमता रहता है !उमीद है कल भी बाजार कुछ मंदा रहेगा !में भी दूसरो की तरह इस पर अपने विचारों का मुलमा चढा रहा हूँ !हरियाणा के कुछ एरिया में बारिश से मंदी को बल मिला है ! छुट -पुट घटा बढ़ी चलती रहेगी !

सोमवार, 27 जुलाई 2009

ग्वार में बीकानेर को लाभ

ग्वार बाजार आज भी ३० रूपये बढ़ कर २०८८ रूपये रहा !तेजी जारी रही !चना वायदा घट कर बंद हुआ !अन्य बाजारों में सोयाबीन ,सोयातेल ,सरसों आदि मंदे रहे !आज ऍम सी एक्स ने भी बीकानेर मुख्य डिलीवरी सेंटर का ग्वार सोदा लोंच किया है और भाव भी एन सी डेक्स की तरह आ रहे थे ! ऍम सी एक्स में पहला दिन होते हुए भी कारोबार ठीक -ठाक रहा और ६५ करोड़ का कारोबार कर गया !ग्वार में जोधपुर के स्पॉट भाव २०३७ व् बीकानेर २०४७ एन सी डेक्स पर आ रहे थे !ऍम सी एक्स पर भी २०४७ बीकानेर स्पाट के भाव आ रहे थे जब की जोधपुर डिलीवरी पर प्रीमियम मिलता है और स्पॉट बीकानेर का ऊँचा है !अगर आज के भाव से देखें तो एन सी डेक्स पर कोई बीकानेर मे डिलीवरी देता है तो जोधपुर के भाव से १५ रु.घटा कर २०२२ के दाम मिलते है और वहीं ऍम सी एक्स पर डिलीवरी देने पर २०४७ के दाम मिलते है ये बीकानेर मे हेजिंग करने वालों के लिए फायदे का सोदा है !जहाँ तक तेजी -मंदी का सवाल है ये पुरी तरह तेजड़ियों की पकड़ में है !

शनिवार, 25 जुलाई 2009

आकाल का सिर फुट गया बिजाई जोरों पर

शुक्रवार शाम 4 बजे बीकानेर और आस पास जोरदार बारिश हुई मजेदार बात ये रही की बरसात के साथ गुआर वायदा के भाव भी बढ़ते रहे जो विस्मय कारक बात थी ऐसा किसी ताकत वर सटोरिया की जोर आजमाइश से ही हो सकता है !बारिश के बाद लोगो से बात करने पर सभी तरफ से समाचार मिला की इससे गुआर की बिजाई का रकबा लगभग ७०%तक पुरा हो जाएगा !पुगल के शान्ति बुचा बताते है हमारी एरिया में सीजन की पहली बरसात हुई है और बिजाई से खाली इस एरिया में भरपूर बिजान हो जाएगा !देहात में बज्जू ,छतरगढ ,खाजूवाला ,दंतोर ,जैमलसर,कानासर ,शोभासर ,नाल,बदरासर आदि गांवो में अछी बरसात के समाचार है !किसान मानते है की आकाल का सिर तो अब फुट गया है !वेसे राजस्थान आकाल के बारे में एक कहावत मशहूर है की -पग पुगल धड कोतडे -बायाँ बह्ड्मेर,फिरतो गिरतों जोधपुर,ठावो जैसलमेर ! आज बाजार सामान्य घट बढ़ के साथ ही रहा !गुआर २०५८ रहा !

गुरुवार, 23 जुलाई 2009

सब की मंदी पर गुआर हावी

सभी जींस बाजार मंदा यथा चना ,सरसों ,सोयाबीन ,सोयातेल ,हल्दी आदि !पर गुआर का बाजार तेज रहा !गुआर का ओपन इंटरेस्ट भी बढ़ा जम कर लिवाली हुई है !स्थानीय लोग लगभग सभी तेजी मे है और तेजडियो की पो -बारह है !आकाश साफ है जो लिवालों पर महरबान है और किसान बादलों की आस लगाये बेठा है पर आसमान है की अपनी और तकाए ही जा रहा है !अब तक की बरसातों से हरियाणा ,हनुमानगढ़ ,गंगानगर में चालीस %राजस्थान के अन्य जिलों में पचास % तक गुआर बिजाई हुई है और अब तक के अनुसार 50 लाख बोरी गुआर उत्पादन का अनुमान बताया जा रहा है !कल शाम बाड़मेर के बालोतरा सिवांची इलाकों में बारिश हुई ये भी इस फसल का एरिया है जहाँ बिजाई होगी ! बिकवाल का जुमला है की अब तुम्हारे हवाले ये मॉल भाइयों !

बुधवार, 22 जुलाई 2009

ग्‍वार की तेजी फंसा तो नही देगी ?

कल मंगलवार शाम ४ बजे बाद गुआर में अचानक ५०रूपये की जोरदार तेजी आई साथ ही साथ ओपन इंटरेस्ट भी बढ़ा! जाहिर है किसी बड़े सटोरिए ने लिवाली की है ! और आज भी भाव कायम रह गए इसी तरह कुछ दिन भावो को बनाये रखा तो आम लोग भी तेजी में आ जायेगे और तब इसका फायदा अब का लिवाल उठा लेगा ! माना बिजाई कमजोर है पर पिछले साल जो डिमांड रही उसे भूलना नही चाहिए! गत साल की कम खपत की वजह से अभी पुराना स्टाक (व्यापारिक अनुमानों के अनुसार ) गुआर ४ लाख टन और गम १ लाख टन है ! अगर वैसी ही डिमांड रहती है तो तेजी फ़ंसाने वाली होगी ! साइड बाजार को देखें तो हल्दी और गुआर के अलावा कोई भी बाजार खास तेज नही है ! एक बात और अभी की बरसातों से पशु आहार की पूर्ति भी हो जायेगी जिससे गुआर के अन्य उत्पाद जेसे कोरमा -चुरी के भावों में भी कमी आ सकती है !

शनिवार, 18 जुलाई 2009

दालों की तेजी से चना प्रभावित

मानसून की कमी से सभी दालों में आई तेजी ने चना को भी तेज बना रखा है !हालाँकि पिछले साल से इस बार की फसल ज्यादा है और स्टाक भी अच्छा है !पर अन्यदालों की तुलना में सबसे सस्ता होने के कारण इसकी खपत भी बढ़ी है आने वाले समय में और तेजी की सम्भावना मुझे दिखती है !कई राज्यों में स्टाक सीमा लगाने से इसकी तेजी में रूकावट आई है पर ये रूकावट लंबे समय तक रहेगी इसकी सम्भावना कम दिखती है !मेरे मन में जो बात ठीक लगती है उसे लिख देता हूँ इस आधार पर कोई अपना व्यापार ना करे व्यापार हमेशा अपने विवेक से ही करना होता है और सभी परिस्थ्तयों की विवेचना करके तेजी मंदी का निर्णय लेना होता है !

शुक्रवार, 17 जुलाई 2009

मैंने पहले वायदा बाजार ऐग्रीकोमोडिटी के बारे में कुल मिलाकर जो नजरिया बनता है उसे सार के रूप में लिखा !पर बाज़ार में रहने पर बाजार के अनुसार बात करनी ही होती है !गुआर की बिजाईअभी तक कम है लगभग २५% इसका कारन बारिस का कम होना है!अभी सावन मे जो बरसाते शुरू हुई है उससे उमीद बंधी है की निकट समय में बिजाई का रकबा बढेगा !अगर ठीक ठाक बिजाई हो जाती है तो अभी चल रहे १९०० के भावों के आस पास ही चलने का अनुमान है पर बारिश की कमी रहती है तो और तेजी आ सकती है फिलहाल बारिश और बिजाई की तरफ ध्यान रखना चाहिए और सटोरिया पर्वर्ती से बचना चाहिए !हाजिर माल लेकर आगे का बदला करना ही ठीक है !

मंगलवार, 14 जुलाई 2009

वायदा बाज़ार से भला नहीं

मैंने लंबे समय तक agri commodities पर कुछ नहीं लिखा है। इस छोटे वायदा बाज़ार में सटोरिया नाम की दसवीं ग्रह इस तरह हावी है कि बिजाई डिमांड सप्लाई कोई महत्व नहीं रखती। अलबत्ता बड़े सटोरिओं के दिमाग में क्या चल रहा है इसी बॉडी लैंग्वेज को पढ़ना महत्वपूर्ण हो गया है। मैंने हल्दी, जीरा, तेल, गुआर आदि में बेसिक महत्व के अलावा ही ज्यादा तेजी मंदी आती देखी है । कुल मिलाकर निष्कर्ष निकलता है कि बड़े सटोरिओं के आए-बाएँ देखना ही ज्यादा उचित है।
और इसके अलावा सरकारी घोषणा प्रभावित करती रहती है। चैनलों के माध्यम से स्टाप लॉस आदि के जो अंक दिए जाते हैं उनसे किसी का भला हुआ हो ऐसा दिखाई तो नहीं पड़ता।