मंगलवार, 29 दिसंबर 2009
ग्वार में जोश आएगा
मंगलवार, 15 दिसंबर 2009
ग्वार ढीला रहा
ग्वार वायदा आज घटा घटने का कारण बताया गया की गम की डिमांड दिसंम्बर में छुटियों की वजह से कम रहेगी इसी कारण सटोरियों ने बिकवाली की !परन्तु ग्वार जेसे आइटम में जिसमे फसल से ज्यादा कारोबार रोजाना होता है उसमे तेजी मंदी की कोई सम्भावना निकालना समुन्द्र मंथन है !चना बाजार आज भी मंदा ही रहा चने में अब बिकवाली करना ठीक नही लगता क्योंकि मोसम अनुकूल नही है !आने वाले दिनों में चना बाजार तेज रहने की सम्भावना हो सकती है इन दिनों बेसन की मांग रहा करती है !सरसों बाजार में भी तेजी की ही बाते हो रहीं है !में जब भी कुछ लिखता हूँ वायदा में कारोबार करने वाले लोगों से जो कुछ भी निकल के आता है उसे आपके सामने उतार देता हूँ !cnbc चेनल पर समय -समय पर ग्वार पर विचार व्यक्त करने का मोका मिलता रहता है अपनी बात बेलाग होकर बोलता हूँ और चेनल भी बात कहने की पुरी आजादी देता है !
गुरुवार, 10 दिसंबर 2009
आज ग्वार में शान्ति
बुधवार, 9 दिसंबर 2009
ग्वार का मिजाज
सोमवार, 7 दिसंबर 2009
ग्वार ओंधे मुहं गिरा
शनिवार, 5 दिसंबर 2009
ग्वार नई ऊंचाइयां छूने की और बेताब
मंगलवार, 1 दिसंबर 2009
ग्वार को इंतजार गम के व्यापर का
गुरुवार, 19 नवंबर 2009
वायदा चना तेज ग्वार भी ठीक
शुक्रवार, 13 नवंबर 2009
ग्वार में मोजा ही मोजा
मंगलवार, 10 नवंबर 2009
वायदा बाजार मंदा होकर फ़िर तेजी की और
मंगलवार, 3 नवंबर 2009
सारे बाजार तेज
शुक्रवार, 30 अक्तूबर 2009
चना सरसों में सटोरिया गति विधि सक्रिय
गुरुवार, 29 अक्तूबर 2009
ग्वार में तेजी थोड़ा समय लेगी
शुक्रवार, 23 अक्तूबर 2009
ग्वार मीलों को पड़ता नही
सोमवार, 5 अक्तूबर 2009
छोटी फसलों का बडा वायदा व्यापर ?सोचना होगा
गुरुवार, 1 अक्तूबर 2009
वायदा में लिमिट पर विचार क्यों नही
बुधवार, 30 सितंबर 2009
ग्वार में तेजी का रुख
शुक्रवार, 18 सितंबर 2009
ग्वार में बिना वजह तेजी मंदी
ग्वार दो दिन घटने के बाद फ़िर तेज रहा पर उपर के भावों को छू नही सका !दो दिन जो मंदी बनी थी उसे बीकानेर वाले तो समझ नही पाए क्योंकि लगातार मोसम साफ था और फसल को नुकसान पहुंचाने वाली हवाएं चल रही थी !अब तक का जो अनुमान है ग्वार की फसल पेंतीस लाख बोरी से ज्यादा नही आएगी इस फसल से तो तेजी बनती है पर गम की डिमांड पिछले साल जितनी ही रही तो अब जो भाव चल रहें है उसीके आस पास बाजार घूमता रहेगा !पिछले एक महीने को देखें तो बिना वजह घट बढ़ आती रही है कारण एग्री कोमोडिटी में सटोरियों की सबसे पिर्य जींस ग्वार ही है !इसही कोमोडिटी में आप को रोजाना नई बात सुनने को मिल जायेगी !चने का हाल तो बुरा हो ही गया राजस्थान सरकार ने लिमिट को लेकर कितनी तरह के आदेस निकले जग जाहिर हो गया की सरकार को व्यापर की समझ नही है !अगर समझ होती तो इस तरह के बार बार फेर बदल नही आते !
बुधवार, 9 सितंबर 2009
गवार आज रुका रहा
ग्वार मे आज थोडी घट बढ़ के साथ ही बाजार चला इसमे ज्यादा चाल नही आई आगे हलकी तेजी रहने का अनुमान है ! आज कई जगह बरसात होने से तेजी मे रुकावट आई फसलो की रिपोर्ट ३५ से ४० लाख बोरी की आ रही है फसल कम है पर गम का स्टॉक तेजी को रोक रहा है !
शनिवार, 5 सितंबर 2009
ग्वार वायदा जोरों पर चना ढीला
शुक्रवार, 14 अगस्त 2009
दाल-दलहन तेरा क्या होगा ?
मंगलवार, 11 अगस्त 2009
ग्वार में तेजी मंदी जोरों पर
गुरुवार, 6 अगस्त 2009
ग्वार में तेजी
राजस्थान हरियाणा पंजाब के ग्वार की खेती वाले इलाकों में असामान्य मोसम जेसे कम बरसात ,खराब हवाएं ,रात को ठण्ड दिन में गर्म आदि की वजहों से ग्वार की खेती को काफी नुकसान हुआ है !अब बारिश ना होने से इसमे हर दिन नुकसान बढ़ता जा रहा है ! बीकानेर के चारों और यही हाल है !आज बुवाई के अनुसार पेंतीस लाख बोरी उत्पादन का व्यापारिक अनुमान बातचीत के आधार पे निकल रहा है !इस उत्पादन से और तेजी के आसार आ रहें है !अब चार पॉँच दिन के बाद लोगों को मोसम की उमीद है अगर ये मोसम भी नही आता है तो फसल में और कमी आ सकती है !आने वाले साल में ग्वारगम की विदेसी खपत अच्छी निकलती है तो इसकी तेजी का भविष्य उज्वल है पर गत साल की तरह डिमांड रही तो तेजी मंदी के साथ समय इन्ही भावों पर निकाल देगा !पर बडी मंदी तो नही लगती !
मंगलवार, 4 अगस्त 2009
बरसात और कहावते राजस्थान मे
बुधवार, 29 जुलाई 2009
ग्वार की फसल में खराबी तेज हवाओं से
मंगलवार, 28 जुलाई 2009
ग्वार में मंदी बनी
सोमवार, 27 जुलाई 2009
ग्वार में बीकानेर को लाभ
शनिवार, 25 जुलाई 2009
आकाल का सिर फुट गया बिजाई जोरों पर
गुरुवार, 23 जुलाई 2009
सब की मंदी पर गुआर हावी
बुधवार, 22 जुलाई 2009
ग्वार की तेजी फंसा तो नही देगी ?
शनिवार, 18 जुलाई 2009
दालों की तेजी से चना प्रभावित
शुक्रवार, 17 जुलाई 2009
मंगलवार, 14 जुलाई 2009
वायदा बाज़ार से भला नहीं
और इसके अलावा सरकारी घोषणा प्रभावित करती रहती है। चैनलों के माध्यम से स्टाप लॉस आदि के जो अंक दिए जाते हैं उनसे किसी का भला हुआ हो ऐसा दिखाई तो नहीं पड़ता।