बुधवार, 29 जुलाई 2009

ग्वार की फसल में खराबी तेज हवाओं से

ग्वार बाजार आज तेज रहा और कल जो लो प्रेशर की हवा बनी थी आज फ़ुस हो गई !कारण पश्चमी राजस्थान में धुल भरी हवाएं चल रही है जिससे पिछली बरसात में हुई बुवाई को नुकसान हो रहा है! पुराणी बिजाई में कोई नुकसान अभी नही है सिर्फ़ नई बिजाई वाले ग्वार में खराबी है! तेज धुल भरी हवा से ताजा बीज जमीन से बाहर आ जाने से ऐसा हुआ है !जानकर किसान अजीतसिंह जी बेलासर,विश्वजीत सिंह हरासर ,राजेन्द्रसिंह किलचू, धर्मेन्द्र जैन बाइपास,राजाराम बिश्नोई जैसिंग्देसर बताते है खेती की हालत खराब है कहते है आप ग्वार मोठ की बात करते है अभी जेसे हालत रहे तो खेती में लगाया खर्च केसे निकलेगा? बोले आप गांवो में बारानी जमीन वालों की हालत देखो अभी से नींद उडी हुई है ! खेर भगवान ने सावन में जैसे बरसात की सुनवाई की है वेसे ही आगे सुनवाई करेगा इस बात का भरोसा ही मजबूती और उमीद दिला रहा है !

मंगलवार, 28 जुलाई 2009

ग्वार में मंदी बनी

ग्वार आज घटा और नीचे का सर्किट लग गया !बाजार में हवा थी की लोप्रेसर बन रहा है जिससे आने वाले कुछ दिनों में बरसात होगी और खेती को फायदा मिलेगा !बिकवाली के जोर से बाजार शाम को बंद होते समय ही लुढ़का इससे पहले घटा -बढ़ी चलती रही !ग्वार हमारे बीकानेर शहर की पहली पसंद का वायदा व्यापर है और किर्षी उत्पादक वायदा में सबसे अधिक इसी में कारोबार है जिससे इस जींस पर मंडी में पुरे दिन खबरें बनती रहती है !गरमा -गरम बहसें भी ग्वार पर होती है !ग्वार यानि अनपढ़ अतः हर कोई इस पर अपने विचारों का छोंक लगता रहता है और ये जिधर ले जावो उधर घूमता रहता है !उमीद है कल भी बाजार कुछ मंदा रहेगा !में भी दूसरो की तरह इस पर अपने विचारों का मुलमा चढा रहा हूँ !हरियाणा के कुछ एरिया में बारिश से मंदी को बल मिला है ! छुट -पुट घटा बढ़ी चलती रहेगी !

सोमवार, 27 जुलाई 2009

ग्वार में बीकानेर को लाभ

ग्वार बाजार आज भी ३० रूपये बढ़ कर २०८८ रूपये रहा !तेजी जारी रही !चना वायदा घट कर बंद हुआ !अन्य बाजारों में सोयाबीन ,सोयातेल ,सरसों आदि मंदे रहे !आज ऍम सी एक्स ने भी बीकानेर मुख्य डिलीवरी सेंटर का ग्वार सोदा लोंच किया है और भाव भी एन सी डेक्स की तरह आ रहे थे ! ऍम सी एक्स में पहला दिन होते हुए भी कारोबार ठीक -ठाक रहा और ६५ करोड़ का कारोबार कर गया !ग्वार में जोधपुर के स्पॉट भाव २०३७ व् बीकानेर २०४७ एन सी डेक्स पर आ रहे थे !ऍम सी एक्स पर भी २०४७ बीकानेर स्पाट के भाव आ रहे थे जब की जोधपुर डिलीवरी पर प्रीमियम मिलता है और स्पॉट बीकानेर का ऊँचा है !अगर आज के भाव से देखें तो एन सी डेक्स पर कोई बीकानेर मे डिलीवरी देता है तो जोधपुर के भाव से १५ रु.घटा कर २०२२ के दाम मिलते है और वहीं ऍम सी एक्स पर डिलीवरी देने पर २०४७ के दाम मिलते है ये बीकानेर मे हेजिंग करने वालों के लिए फायदे का सोदा है !जहाँ तक तेजी -मंदी का सवाल है ये पुरी तरह तेजड़ियों की पकड़ में है !

शनिवार, 25 जुलाई 2009

आकाल का सिर फुट गया बिजाई जोरों पर

शुक्रवार शाम 4 बजे बीकानेर और आस पास जोरदार बारिश हुई मजेदार बात ये रही की बरसात के साथ गुआर वायदा के भाव भी बढ़ते रहे जो विस्मय कारक बात थी ऐसा किसी ताकत वर सटोरिया की जोर आजमाइश से ही हो सकता है !बारिश के बाद लोगो से बात करने पर सभी तरफ से समाचार मिला की इससे गुआर की बिजाई का रकबा लगभग ७०%तक पुरा हो जाएगा !पुगल के शान्ति बुचा बताते है हमारी एरिया में सीजन की पहली बरसात हुई है और बिजाई से खाली इस एरिया में भरपूर बिजान हो जाएगा !देहात में बज्जू ,छतरगढ ,खाजूवाला ,दंतोर ,जैमलसर,कानासर ,शोभासर ,नाल,बदरासर आदि गांवो में अछी बरसात के समाचार है !किसान मानते है की आकाल का सिर तो अब फुट गया है !वेसे राजस्थान आकाल के बारे में एक कहावत मशहूर है की -पग पुगल धड कोतडे -बायाँ बह्ड्मेर,फिरतो गिरतों जोधपुर,ठावो जैसलमेर ! आज बाजार सामान्य घट बढ़ के साथ ही रहा !गुआर २०५८ रहा !

गुरुवार, 23 जुलाई 2009

सब की मंदी पर गुआर हावी

सभी जींस बाजार मंदा यथा चना ,सरसों ,सोयाबीन ,सोयातेल ,हल्दी आदि !पर गुआर का बाजार तेज रहा !गुआर का ओपन इंटरेस्ट भी बढ़ा जम कर लिवाली हुई है !स्थानीय लोग लगभग सभी तेजी मे है और तेजडियो की पो -बारह है !आकाश साफ है जो लिवालों पर महरबान है और किसान बादलों की आस लगाये बेठा है पर आसमान है की अपनी और तकाए ही जा रहा है !अब तक की बरसातों से हरियाणा ,हनुमानगढ़ ,गंगानगर में चालीस %राजस्थान के अन्य जिलों में पचास % तक गुआर बिजाई हुई है और अब तक के अनुसार 50 लाख बोरी गुआर उत्पादन का अनुमान बताया जा रहा है !कल शाम बाड़मेर के बालोतरा सिवांची इलाकों में बारिश हुई ये भी इस फसल का एरिया है जहाँ बिजाई होगी ! बिकवाल का जुमला है की अब तुम्हारे हवाले ये मॉल भाइयों !

बुधवार, 22 जुलाई 2009

ग्‍वार की तेजी फंसा तो नही देगी ?

कल मंगलवार शाम ४ बजे बाद गुआर में अचानक ५०रूपये की जोरदार तेजी आई साथ ही साथ ओपन इंटरेस्ट भी बढ़ा! जाहिर है किसी बड़े सटोरिए ने लिवाली की है ! और आज भी भाव कायम रह गए इसी तरह कुछ दिन भावो को बनाये रखा तो आम लोग भी तेजी में आ जायेगे और तब इसका फायदा अब का लिवाल उठा लेगा ! माना बिजाई कमजोर है पर पिछले साल जो डिमांड रही उसे भूलना नही चाहिए! गत साल की कम खपत की वजह से अभी पुराना स्टाक (व्यापारिक अनुमानों के अनुसार ) गुआर ४ लाख टन और गम १ लाख टन है ! अगर वैसी ही डिमांड रहती है तो तेजी फ़ंसाने वाली होगी ! साइड बाजार को देखें तो हल्दी और गुआर के अलावा कोई भी बाजार खास तेज नही है ! एक बात और अभी की बरसातों से पशु आहार की पूर्ति भी हो जायेगी जिससे गुआर के अन्य उत्पाद जेसे कोरमा -चुरी के भावों में भी कमी आ सकती है !

शनिवार, 18 जुलाई 2009

दालों की तेजी से चना प्रभावित

मानसून की कमी से सभी दालों में आई तेजी ने चना को भी तेज बना रखा है !हालाँकि पिछले साल से इस बार की फसल ज्यादा है और स्टाक भी अच्छा है !पर अन्यदालों की तुलना में सबसे सस्ता होने के कारण इसकी खपत भी बढ़ी है आने वाले समय में और तेजी की सम्भावना मुझे दिखती है !कई राज्यों में स्टाक सीमा लगाने से इसकी तेजी में रूकावट आई है पर ये रूकावट लंबे समय तक रहेगी इसकी सम्भावना कम दिखती है !मेरे मन में जो बात ठीक लगती है उसे लिख देता हूँ इस आधार पर कोई अपना व्यापार ना करे व्यापार हमेशा अपने विवेक से ही करना होता है और सभी परिस्थ्तयों की विवेचना करके तेजी मंदी का निर्णय लेना होता है !

शुक्रवार, 17 जुलाई 2009

मैंने पहले वायदा बाजार ऐग्रीकोमोडिटी के बारे में कुल मिलाकर जो नजरिया बनता है उसे सार के रूप में लिखा !पर बाज़ार में रहने पर बाजार के अनुसार बात करनी ही होती है !गुआर की बिजाईअभी तक कम है लगभग २५% इसका कारन बारिस का कम होना है!अभी सावन मे जो बरसाते शुरू हुई है उससे उमीद बंधी है की निकट समय में बिजाई का रकबा बढेगा !अगर ठीक ठाक बिजाई हो जाती है तो अभी चल रहे १९०० के भावों के आस पास ही चलने का अनुमान है पर बारिश की कमी रहती है तो और तेजी आ सकती है फिलहाल बारिश और बिजाई की तरफ ध्यान रखना चाहिए और सटोरिया पर्वर्ती से बचना चाहिए !हाजिर माल लेकर आगे का बदला करना ही ठीक है !

मंगलवार, 14 जुलाई 2009

वायदा बाज़ार से भला नहीं

मैंने लंबे समय तक agri commodities पर कुछ नहीं लिखा है। इस छोटे वायदा बाज़ार में सटोरिया नाम की दसवीं ग्रह इस तरह हावी है कि बिजाई डिमांड सप्लाई कोई महत्व नहीं रखती। अलबत्ता बड़े सटोरिओं के दिमाग में क्या चल रहा है इसी बॉडी लैंग्वेज को पढ़ना महत्वपूर्ण हो गया है। मैंने हल्दी, जीरा, तेल, गुआर आदि में बेसिक महत्व के अलावा ही ज्यादा तेजी मंदी आती देखी है । कुल मिलाकर निष्कर्ष निकलता है कि बड़े सटोरिओं के आए-बाएँ देखना ही ज्यादा उचित है।
और इसके अलावा सरकारी घोषणा प्रभावित करती रहती है। चैनलों के माध्यम से स्टाप लॉस आदि के जो अंक दिए जाते हैं उनसे किसी का भला हुआ हो ऐसा दिखाई तो नहीं पड़ता।