गुआर की बिजाई अच्छी होने के बाद अभी तीन चार दिन से गर्म हवाओं से फसल को कुछ नुकसान हुआ है पर अभी कोई ज्यादा नुकसान नही है एग्री वायदा बाजार में सभी जिंसो में मंदी आई है इस मंदी का कारनामा शुरू हुआ चने वायदा से !चने में लगातार चार निचे के सर्किट लगे और इसकी शुरुआत हुई लिवाल पर मार्जिन लगाने सेऔर उस पर दुसरे दिन राजस्थान सरकार ने स्टाक लिमिट चने की आधी करदी जिसने तेजड़ियों को धराशाई कर दिया इस तरह की मंदी पहले कभी देखने को नही मिली !जिस चने की सोर्टेज बताई जा रही थी उसीको बम्पर बना दिया यानि सारा खेल सटोरियों का ही था !इसी तरह गुआर का क्या करेंगे ये भी वक्त ही बतायेगा अभी तो गुआर में रोजाना बड़ी घट बढ़ हो रही है पता नही चने की तरह किस के गले में घंटी बांधेगे