शुक्रवार, 23 अप्रैल 2010

सरसों बड़ी तेजी सम्भवना कम है

सरसों  की आमदनी बीकानेर मे २००० से २५०० बोरी के बीच चल रही है भाव २१०० से २२०० के आस पास चल रहे है यहाँ की सरसों में तेल की मात्रा ३७ से ३९ प्रतिशत आ रही है !इस बार नहरी फसल कमजोर है ये आवक कुओ की सिंचाई से होने वाले मॉल की है !बीकानेर साइड में फसल ३० प्रतिशत के लगभग है आमदनी को स्टॉकिस्ट ले रहें है मिल वालों को मिलिंग में फायदा नही है और हेजिंग में वेयरहौसों पर स्टाक लग रहा है !सरसों का बाई प्रोडक्ट खल की डिमांड अच्छी है खल को सोलवेंट प्लांट ले रहे है !आने वाले समय में सरसों में बड़ी तेजी  की सम्भवना कम है इसकी एक वजह तो सोयाबीन तेल का मंदा होना है जिससे इसकी खपत पर असर पड़ा है !अभी लग रहा स्टाक भी आने वाले समय में इसकी तेजी को रोक देगा फिर महंगाई के चलते सरकारी नजर भी तेजी आने नही देगी !

गुरुवार, 8 अप्रैल 2010

चना लिमिट से किसानो में रोष

चना की आमदनी बीकानेर में दस हजार बोरी से ज्यादा रोजाना हो रही है भाव २१०० मन्डी में नीलामी से बिक रहा है अभी तीन चार दिनों से व्यापारियों को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है कारण राजस्थान सरकार की लगाई गई स्टाक लिमिट जो दाल दलहन मिलाकर १००० किवंटल है और एक महीने मॉल बेचना जरूरी १ अब इस आमदनी में केसे लोग चना ले कर रखेंगे और केसे इसका कारोबार करेंगे ?दस दिन से चर्चा है की किसानो की परेशानी मिटाने के लिए लिमिट बड़ी कर दी जाएगी पर अब तक तो कुछ हुआ नही आज तंग आकर किसानो ने मण्डी के गेट बंद कर दिए और नीलामी बंद करवा दी !बाद में पुलिस प्रसासन ने गेट खुलवाए !किसानो का कहना है की एक तो बिजली की कमी से चने की सिंचाई में कमी रहने से फसल कमजोर हुई उपर से लिमिट ने भाव कम कर रखे हैं सरकार को चाहिए की फसल के समय इस तरह बंदिस हटाये जिससे किसानो में रोष नही हो !लिमिट लगाते समय भी ना समझी से कई बार सरकार को फेर बदल करना पड़ा था और फजीहत भी हुई १अब तो कम से कम व्यवहारिक बात लागू करे !

तेजी मंदी है की मानती नही !

ग्वार वायदा पर लिखने को कुछ था नही १ बाजार थोड़ी तेजी मंदी के साथ चल रहा है जब तक आने वाले मानसून की खबरें नही आएगी तब तक लेवाली बिकवाली के पीछे बाजार चलता रहेगा !मोसम की जानकारी रखने वाले तथाकतिथ विशेषग्य व्यापारी मोसम को अभी से अच्छा बता रहे हैं और ये लोग जब अपनी बात फेलाते हैं तो बाजार थोडा मंदा कर देते हैं फिर दो दिन बाद कहतें है की अभी वेब साइड थोडा ठीक नही बता रहें है तो वापस बाजार को उसी जगह ले आते हैं यही रूटीन कई दिनों से चल रहा है !वायदा बाजार में धूम तो हल्दी ने मचा रखी है और बड़े नफा नुकसान से लोगों को झटका दे रही है !पिछले कई दिनों से मिडिया में इसने बड़ा स्थान बना रखा है और इसकी तेजी मंदी है की मानती नही !