शनिवार, 5 दिसंबर 2009

ग्वार नई ऊंचाइयां छूने की और बेताब

ग्वार बाजार कुल मिलाकर तेज ही था। लेवालों में मजबूती बनी हुई है। आमदनी रोजाना बीस हजार बोरी की राजस्थान ,हरियाणा मिलाकर हो रही है जो काफी कम है व्यापर के मुताबिक लेवालों की मांग बराबर बनी हुई है और जिस तरह पिछले तीन दिनों से घटा बढ़ी हुई है बिकवालों में घबराहट बनी है और लिवाल वापस खड़े हुए है !हरियाणा की सिरसा में २८०० रूपये बिका है ये गोदाम पड़े आल पेड़ के भाव है लूज में २७३५ बिका है और हरियाणा में आमदनी घट कर ३५०० बोरी रह गई है जो पिछले साल इसी समय १५००० बोरी थी अब इसी बात के अंदाज से लिवालो में जोश बना है !ग्वार के दलाल असलम भाई का मानना है की २०१० दिसम्बर तक भाव अब तक के नये बन जायेगे इसी सुरत में ग्वार के भाव सटोरिये कुछ भी बना दे तो आश्चर्य नही होगा ! चना बाजार मांग के आभाव में सुस्त पड़ा है और भाव लटके हुए है !बड़े सटोरियों का मानना है की जिसकी फसल कम हो तो फ़िर उसके भाव रोकना मुशकिल है !

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