गुरुवार, 10 अक्तूबर 2013

बाजार अभी ग्वार के भावों का स्तर नही ढूंढ़ पाया है

एक लाख रूपये प्रति क्विंटल के भाव बना चुके ग्वारगम ने राजस्थान हरियाणा गुजरात में ग्वार और ग्वारगम क्रांति ला दी ! इस भाव क्रांति ने ग्वार बिजाई क्षेत्र को डेढ़ गुणा तक बढ़ा दिया और ग्वार से गम बनाने वाली फेक्टरियो की लंम्बी कतार भी खड़ी कर दी ! बिजाई के मामले में गुजरात ने फसली दम दिखाते हुए साल 2012 -13 की सीजन में दो बार ग्वार की फसल हासिल कर उपज का नया रिकार्ड बना दिया ! दोनों बार पच्चीस -पच्चीस लाख बोरी की फसल ने गुजरात को मुख्य उत्पादक की श्रेणी में खड़ा कर दिया ! आंध्रप्रदेश,कर्नाटक जैसे राज्यों में भी ग्वार की पैदावार हो सकती है यह भी भाव क्रांति ने संभव कर दिखाया भले ही पैदावार कम हुई पर आने वाले समय में पैदावार का संभावित क्षेत्र तो बन ही गया ! ग्वारगम फेक्ट्री लगाने वाले नामी कारीगर दयाराम हरजी बताते है अब ग्वार से गम बनाने की क्षमता इतनी बढ़ गई है की रोजाना दो लाख बोरी ग्वार की दलाई हो सकती है ! साल 2011 तक ग्वारगम बनाने वाली फेक्टरियो की संख्या 150  के लगभग थी ! जिसकी क्षमता रोजाना नब्बे हजार बोरी ग्वार दलने की थी ! साल 2011 के बाद दो सालो में ग्वारगम का भविष्य उज्ज्वल देखते हुए धडाधड ग्वारगम इकाइयों की स्थापना होने लगी और ये संख्या 300 की गिनती पार गई ! अभी हरियाणा में नब्बे गुजरात में तीस तथा राजस्थान में लगभग एक सौ अस्सी ग्वारगम इकाइयां स्थापित हो चुकी है जिनमे सबसे ज्यादा 55 ग्वारगम  इकाइयां अकेले जोधपुर शहर में है !अब कमजोर विदेशी मांग और प्रतिस्प्रदा ने इन इकाइयों पर संकट खड़ा कर दिया है !  
वायदा बाजार में एग्री कोमोडिटी का सरताज ग्वार अब तक तेजी मंदी की सिमित स्थिरता नही बना सका है हर दिन उपर या निचे का सर्किट लगना जारी है ! कम कारोबार के बावजूद सर्किट लगना यह दर्शाता है की बाजार अभी ग्वार के भावों का स्तर नही ढूंढ़ पाया है ! गौर तलब है की ग्वार को कम भावों पर नही बेचने के विज्ञापन लंम्बे समय से एक उधोगपति देते आ रहे है अजूबा इस बात का है की लगभग हर सलाह के बाद ग्वार के भाव निचे की तरफ आये है ! पिछली लंम्बी तेजी ने भी भावो की असमझ को बनाये रखा है !नये सिरे से खुले वायदा में दस टन के लोट को  घटा कर एक टन का 
कर देने के बावजूद करोबार में खास रूची पैदा नही हुई है और वोलिय्म का पुराना मुकाम हासिल नही हुआ है ! हाजिर में नये ग्वार का श्री गणेश उतरी राजस्थान में हो गया है !हरियाणा गुजरात और गंगानगर की मंडियों में 18000 बोरी नया ग्वार प्रति दिन आना शुरू हो गया है ! आवक के साथ भाव घटने लगे है 5500 से 6000 रूपये प्रति क्विंटल के दामो से बिक रहा है ! ग्वार की तेजी विदेशी मांग पर निर्भर रहेगी !निर्यातको का मानना है विदेशी मांग का जोर अभी तक बना नही है ! फ़िलहाल बीस कंटेनर ग्वार गम का निर्यात रोजाना हो रहा है जो पर्याप्त नही है ! निर्यातको ने बातचीत में बताया की मांग पेंतीस प्रतिशत कम है और यह चिंता जनक है ! ग्वार से गम के आलावा 70 %पशु आहार के रूप में चुरी व कोरमा निकलता है चुरी 1600 रूपये प्रति क्विंटल और कोरमा 2500 रूपये प्रति क्विंटल के भावो से तेज बना हुआ है इन पशु आहारो ने ग्वार के भाव संभालने में काफी मदद की है ! पर जैसे जैसे मिलो में नये ग्वार की दलाई होगी पशु आहार के भाव भी उपलब्धता के कारण घटेंगे !
 

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